आंखे अमूल्य है इनकी देख रेख करना हमारी खुद की जिम्मेदारी है। लव योर आईस थीम के तहत राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत राष्ट्रीय दृष्टि विहीनता एवं दृष्टि नियंत्रण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जनपद के जिला चिकित्सालय सहित 400 मरीजों का नेत्र परीक्षण किया गया। जिसमे मोतिया बिंद के 60 मरीज पाये गए एवं 340 को चश्मा हेतु चिंतित किया गया।
इस संबंध में एसीएमओ और कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा संजय कुमार ने बताया 40 वर्ष से अधिक उम्र के लोगो को अपना नेत्र परीक्षण अवश्य कराना चाहिए जिससे आंख में होने वाली किसी भी बीमारी से बचा जा सके। इस हेतु जिला अस्पताल सहित जनपद के सभी सीएचसी और पीएचसी पर नेत्र परीक्षण अधिकारी तैनात है जो कि
मरीज का निशुल्क इलाज कर रहे है। उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल में नेत्र परीक्षण अधिकारी सज्जन कुमार से कमरा नंबर 15 में संपर्क कर सकते है।
इन समस्याओं के लिए कराएं नेत्र परीक्षण
1- मोतियाबिंद
2- दूर एवं नजदीक दृष्टि दोष
3- ग्लूकोमा
4- पर्दे की कमजोरी
5- डायबिटिक
6- रेटिनोपैथी नेत्र संक्रमण से प्रभावित
उपाय-
1- हरी सब्जियों एवं फल खांये
2- कंप्यूटर स्क्रीन पर लगातार काम ना करें।
3- आंखों की सफाई का विशेष ध्यान रखें।
4- आंखों की नियमित जांच कराएं।
जनपद में निशुल्क सेवाएं प्रदान की जा रही है।