० समाज के शोषित-पीड़ित वर्ग को नया समाज बनाने की दृष्टि दी- अखिलेश यादव
हरिकेश यादव -संवाददाता (इंडेविन टाइम्स)
लखनऊ।
समाजवादी पार्टी के प्रदेश मुख्यालय, लखनऊ में समाज सेवी और शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए विख्यात सावित्रीबाई फुले की जयंती सादगी के साथ मनाई गई।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की ओर से राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी तथा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने देश की पहली महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किये।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भारत में महिला शिक्षा की ज्योति जलाकर महिला सशक्तीकरण का मार्ग प्रशस्त करने वाली श्रीमती सावित्रीबाई फुले को शतशत नमन करते हुए कहा कि उन्होंने समाज के शोषित-पीड़ित वर्ग को नया समाज बनाने की दृष्टि दी। उन्होंने विधवा पुनर्विवाह का न केवल समर्थन किया अपितु उसे आंदोलन का रूप भी दिया।अखिलेश यादव ने कहा कि जाति की जंजीरों को तोड़कर महिलाओं में नई चेतना जगाने में सावित्रीबाई फुले का बड़ा योगदान रहा। उन्होंने महिलाओं को अपने अधिकारों और सम्मान के लिए जागरूक बनाया। उन्होंने महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक दृष्टि से आगे बढ़ाया।
अमेठी निवासी वरिष्ठ समाजवादी नेता हीरा लाल यादव ने माता सावित्रीबाई फुले के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला और कहा कि वर्तमान समय में महिलाओं को माता सावित्रीबाई फुले के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। बेहद ही सादा जीवन यापन करने वाली सावित्रीबाई ने विश्व पटल पर भारत का नाम रोशन करने का काम किया है। वह ऐसी महिला थीं, जिन्होंने कभी भी अपना भला नहीं चाहा और अपना पूरा जीवन दूसरे को शिक्षित करने में व्यतीत कर दिया। उन्होंने सदा शोषित और पीड़ित वर्गों को शिक्षित कर समाज की अग्रिम पंक्ति में लाने का कार्य किया है जो वंचित समाज के लिए अनुकरणीय है।
इस अवसर पर अरविन्द कुमार सिंह पूर्व सदस्य विधान परिषद, आर. के. वर्मा विधायक, हीरालाल यादव पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मजदूर सभा निवासी अमेठी, विकास यादव, अमरनाथ मौर्य, राम सिंह,अनिल यादव के. के. श्रीवास्तव, डॉ० हरिश्चन्द्र, एस. के. राय, सुनैना सिंह कुशवाहा, सतीश डिगडिगा, सुधीर बालाजी, विकास कुमार यादव, राम शिरोमणि पटेल, विनीत कुशवाहा, डॉ0 चिंता यादव, राजेन्द्र कुमार मौर्य, सुरेन्द्र सिंह सेन, राजू कुशवाहा, राम अशीष मौर्य, आशीष कुमार मौर्य, अभिषेक मौर्य, जंग हिन्दुस्तानी, राकेश कुशवाहा, अल्ताफ हुसैन, कांछी सिंह, मनीष यादव, मोहित यादव, अंकित यादव ज्ञानू, अशोक कुमार प्रभात, अंकुर यादव, चौधरी शहरयार, विष्णु प्रताप वकील, विजय प्रताप सिंह, मुहम्मद आदिल, सहित अन्य समाजवादी विचारधारा के लोग मौजूद रहे।