लखनऊ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि केन्द्र सरकार के सहयोग से उत्तर प्रदेश का बुनियादी ढांचा मजबूत हुआ है जिसकी बदौलत राज्य में व्यापक निवेश की संभावनाओं को बल मिला है। गोरखपुर में 10 हजार करोड़ रुपए की 18 परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण के मौके पर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की मौजूदगी में योगी ने कहा कि ये सभी परियोजनाएं भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की हैं। मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर व्यापक निवेश की संभावनाएं बढ़ा रहा है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में मिले 33.50 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों के आने में सुरक्षा के माहौल के साथ बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर की बड़ी भूमिका है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के प्रस्तावों को आगे बढ़ाकर तीन वर्ष में हम एक करोड़ नौजवानों को नौकरी व रोजगार देने में सफल होंगे। युवाओं को पलायन के लिए मजबूर नहीं होना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से पूरे देश में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर का मजबूत नेटवकर् नजर आ रहा है। इसका श्रेय प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में नितिन गडकरी को जाता है। देश में मजबूती के साथ हाइवे निर्माण हो रहा है। गडकरी ने इसकी रफ्तार को नई ऊंचाई तक पहुंचाया है। दुनिया अचंभित है कि कैसे सदी की सबसे बड़ी महामारी के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था इतनी तेजी से उभरते हुए आगे बढ़ रही है। इसका आधार मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गडकरी ने इंफ्रास्ट्रक्चर की मजबूती में यूपी की भरपूर मदद की है। गडकरी ने गत दिनों बलिया में सात हजार करोड़ रुपए की सड़क परियोजनाओं की सौगात दी तो आज गोरखपुर में आकर 10 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं की। इन परियोजनाओं को पूर्ण करने में राज्य सरकार हर संभव सहयोग करने को संकल्पित है।
उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण बात यह है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश का यह क्षेत्र अंतरराष्ट्रीय बौद्ध पर्यटन का भी अहम पड़ाव है। भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर से लेकर उनके बचपन की स्थली कपिलवस्तु और श्रावस्ती को जोड़ने का कार्य हो रहा है। हजारों वर्षों की विरासत और जिस मार्ग से माता जानकी प्रभु श्रीराम के साथ अयोध्या गई थीं, उस रामजानकी मार्ग को फोर लेन कर गडकरी जी ने रामायण काल के संबंधों से जोड़ने का अभिनव प्रयोग किया है। अयोध्या छावनी से लेकर सीतामढ़ी, जनकपुर तक फोरलेन की सौगात भुला दिए गए विरासत का संरक्षण और सम्मान है। योगी ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा महानगर गोरखपुर आसपास के जिलों समेत बिहार और नेपाल के सीमावर्ती इलाकों तक के लोगों की शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और व्यापार का प्रमुख केंद्र है। यहां से बिहार और नेपाल तक की कनेक्टिविटी के लिए नए बाईपास की सौगात मिली है।
इस अवसर पर प्रदेश के मत्स्य विकास मंत्री डॉ संजय निषाद, सांसद रविकिशन शुक्ल, डॉ रमापति राम त्रिपाठी, जगदंबिका पाल, कमलेश पासवान, हरीश द्विवेदी, विजय दूबे, रविंदर कुशवाहा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती साधना सिंह, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष एवं एमएलसी डॉ धर्मेंद्र सिंह, विधायक फतेह बहादुर सिंह, राजेश त्रिपाठी, श्रीराम चौहान, विपिन सिंह, महेंद्रपाल सिंह, डॉ विमलेश पासवान, प्रदीप शुक्ल, ज्ञानेंद्र सिंह, अनिल त्रिपाठी, ऋषि त्रिपाठी, दीपक मिश्र शाका, एमएलसी डॉ रतनपाल सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता आदि उपस्थित रहे।