लखनऊ।
उत्तर प्रदेश में एक बार फिर कोरोना तेजी से फैल रहा है। जहां पर लगातार कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन वैक्सीन लगाने की रफ्तार काफी धीमी है। प्रदेश में अब तक कोरोना के मरीजों की संख्या 842 है, लेकिन बीते गुरुवार को प्रदेश में सिर्फ 98 लोगों को ही वैक्सीन लगाई गई है। सरकारी अस्पतालों में भी कोरोना की वैक्सीन मुफ्त नहीं लग पा रहे है। वहीं, आज कोरोना से संक्रमित एक महिला की मौत हो चुकी है, ऐसे में स्वास्थ्य विभाग को और अलर्ट रहना होगा और टीकाकरण की रफ्तार को तेज करना होगा।
प्रदेश में कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे है। प्रदेश में कोविड के 192 नए मरीज मिले हैं, जबकि 68 ठीक हुए हैं। वहीं, कोरोना से संक्रमित एक महिला की मौत हो चुकी है। वर्तमान में राज्य में 842 सक्रिय कोविड मामले हैं। लेकिन, कोरोना की वैक्सीन लगने की रफ्तार धीमी है। सिर्फ 13 प्राइवेट अस्पतालों में वैक्सीन लगाई गई। उधर, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक का कहना है कि, केंद्र सरकार से टीके की मांग की गई है। जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी। किसी भी व्यक्ति को कोई कठिनाई न हो इसके पूरे इंतजाम किए गए हैं। अब केंद्र सरकार के दिशा- निर्देश का इंतजार किया जा रहा है।
यूपी में अभी तक 17.69 करोड़ लोगों ने वैक्सीन की पहली और 18.89 करोड़ लोगों ने दूसरी डोज लगवा ली है। दोनों वैक्सीन लगवाने वाले लोगों में से 4.60 करोड़ लोगों ने टीके की प्रीकाशन (सतर्कता) डोज लगवाई है। यानी सिर्फ 27 प्रतिशत लोगों को ही सतर्कता डोज लग पाई है। वहीं, अब तक दोनों टीके लगवा चुके 12.29 करोड़ लोगों को सतर्कता डोज लगना बाकी है। जो लोग वैक्सीन लगाना भी चाहते हैं तो उनके पास सिर्फ प्राइवेट अस्पतालों का ही विकल्प है। बीते दिसंबर, 2022 के अंतिम सप्ताह में केंद्र सरकार ने छोटे राज्यों में बची करीब 15 लाख वैक्सीन यूपी को दी थी। जो कि जनवरी के अंत में खत्म हो गई।