नई दिल्ली।
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि जनता 10 मई को उन लोगों को जवाब देगी, जो प्रदेश को लूट रहे हैं। उन्होंने यहां एक चुनावी सभा में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के एक बयान का परोक्ष रूप से हवाला देते हुए यह भी कहा कि कर्नाटक को किसी नेता के आशीर्वाद की जरूरत नहीं है, क्योंकि राज्य के लोग अपनी मेहनत पर भरोसा करते हैं। कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख ने लोगों का आह्वान किया कि भाजपा की ‘अंधेरनगरी' के खिलाफ आवाज बुलंद करना सबकी जिम्मेदारी है।
सोनिया गांधी ने आरोप लगाया, ‘‘डकैती डालना सत्ता में बैठे लोगों का धंधा हो गया है। इन्होंने (भाजपा) डकैती डालकर सत्ता हथिया ली है। इसके बाद उनकी 40 प्रतिशत सरकार जनता को लूटने में लग गई है।'' उन्होंने ‘भारत जोड़ो यात्रा' का उल्लेख करते हुए दावा किया, ‘‘इस यात्रा से भाजपा को इतनी घबराहट हुई कि वह हर तरह के दमन पर उतारू हो गई है। इनके नेता किसी सवाल और चिट्ठी का जवाब नहीं देते। वे संवैधानिक संस्थाओं को अपनी जेब में समझते हैं।''
सोनिया गांधी ने सवाल किया, ‘‘क्या किसी सरकार में इतनी मनमानी देखी थी? क्या लोकतंत्र ऐसे चलता है? '' उन्होंने नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह के हालिया बयानों का हवाला देते हुए कहा, ‘‘आज हालत यह है कि ये खुलेआम धमकी देते हैं। ये कहते हैं कि अगर ये नहीं जीते तो कर्नाटक को मोदी जी का आशीर्वाद नहीं मिलेगा। यह कहते हैं कि अगर भाजपा नहीं जीती, तो दंगा हो जाएगा। आप कर्नाटक के लोगों को इतना विवश और लाचार नहीं समझें।''
सोनिया गांधी ने कहा, ‘‘कर्नाटक के लोग किसी के आशीर्वाद पर नहीं, अपनी मेहनत पर भरोसा करते हैं। कर्नाटक के लोग डरपोक और लालची नहीं है। वो 10 मई को बताएं कि कर्नाटक के लोग किस मिट्टी के बने हैं।'' उन्होंने इस बात पर जोर दिया, ‘‘जनता का भाग्य किसी नेता के अशीर्वाद से तय नहीं होता। जनता अपने भविष्य का फैसला खुद करती है।''