लखनऊ।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को पुलिस अधिकारियों की जवाबदेही तय करते हुए कहा कि प्रदेश में जो भी आयोजन हो वह कानून के दायरे में रहकर हो तथा जनता की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ न हो।
योगी ने रविवार को लाल बहादुर शास्त्री भवन (एनएक्सी) में ‘मुख्यमंत्री कमांड सेंटर' का उद्घाटन और ‘सीएम डैशबोर्ड' की शुरुआत करने के बाद अपने संबोधन में कहा , “पर्व और त्योहार के मौके पर जब देश के अलग-अलग राज्यों में दंगे हो रहे थे, तब उत्तर प्रदेश में शांति थी। जिन लोगों को शांति और सौहार्द अच्छा नहीं लगता है, वे छोटे-छोटे मुद्दों को आगे करके माहौल खराब करने का प्रयास करते हैं।” उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारी इस बात का विशेष ध्यान रखें कि जो भी आयोजन हो वह कानून के दायरे में रहकर हो और जनता की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ न हो।
उन्होंने कहा कि आम जनता की समस्या का समाधान प्रशासन की प्राथमिकता होनी चाहिए। यहां जारी आधिकारिक बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री कमांड सेंटर और डैशबोर्ड बनाने का उद्देश्य डाटा एकत्र करने के साथ-साथ उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था में तेजी लाना है तथा आम जनमानस की समस्या का समयबद्ध तरीके से समाधान करना है। योगी ने कहा कि जिस अधिकारी या कार्मिक की जहां पर तैनाती हुई है, वह वहीं पर निवास करे। योगी ने यह भी कहा कि सभी कार्मिकों के कार्यों की समीक्षा होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘ प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए जनपद स्तर पर हमें एक ऐसा तंत्र बनाना होगा जिससे जल्द से जल्द लोगों की समस्या का समाधान हो सके। ''
मुख्यमंत्री ने कहा कि समस्याओं के समाधान में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, जिले के अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि जनपद स्तर पर ही लोगों की समस्याओं का समाधान हो जाए, लोगों की कहीं भटकना न पड़े।