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'आत्मनिर्भर भारत' के तहत 100 LCA Tejas Mark1A खरीदेगी वायुसेना

नई दिल्ली। 

भारत द्वारा चंद्रयान-3 के साथ अंतरिक्ष क्षेत्र में बड़ी सफलता हासिल करने के एक दिन बाद स्वदेशी एयरोस्पेस क्षेत्र को ‘आत्मनिर्भर भारत’ को बड़ा बूस्ट मिलने वाला है। दरअसल, भारतीय वायुसेना HAL को 100 और LCA तेजस Mark 1A का ऑर्डर देने की योजना बना रही है। जानकारी के मुताबिक, यह डील करीब 8 बिलियन यूएस डॉलर करीब 65 हजार करोड़ रुपए की होगी।

भारतीय वायु सेना (IAF) ने फ्लीट में शामिल Mig-21 फाइटर जेट्स को बदलने के लिए इन मेड इन इंडिया (Made in India) विमानों को खरीदने की योजना रक्षा मंत्रालय सौंप दी है। लगभग 100 और विमान खरीदने का निर्णय उस समय आया जब भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) सहित सभी संबंधित संस्थाओं के साथ स्वदेशी लड़ाकू जेट कार्यक्रम की समीक्षा बैठक की।

रक्षा अधिकारियों ने एएनआई को बताया कि भारतीय वायु सेना ने फैसला किया है कि वह HAL से इन अत्यधिक सक्षम LCA Mark 1A लड़ाकू विमानों में से लगभग 100 और खरीदेगी। इस संबंध में प्रस्ताव रक्षा मंत्रालय को सौंप दिया गया है। निजी रक्षा एयरोस्पेस क्षेत्र को अब तक का सबसे बड़ा बढ़ावा देने के लिए परियोजना को जल्द ही मंजूरी मिलने की उम्मीद है। इस ऑर्डर के बाद भारतीय वायुसेना के बेड़े में एलसीए तेजस फाइटर जेट की संख्या बढ़ जाएगी। अगले 15 सालों में भारतीय वायुसेना के पास 40 एलसीए, 180 से अधिक एलसीए मार्क-1ए और कम से कम 120 एलसीए मार्क-2 विमान होंगे। LCA Mark 1A के लिए आखिरी ऑर्डर 83 विमानों के लिए था और पहले विमान की डिलीवरी फरवरी 2024 के आसपास होगी। LCA Mark 1A तेजस विमान का अपडेट वर्जन है।

LCA Mark 1A मार्क 1ए विमान में वायु सेना को आपूर्ति किए जा रहे शुरुआती 40 एलसीए की तुलना में अधिक उन्नत एवियोनिक्स और रडार हैं। नए LCA Mark1As में 65 से 70 फीसदी स्वदेशी उपकरण लगे होंगे। परियोजना समीक्षा बैठक में भारतीय वायु सेना प्रमुख ने कहा कि एलसीए अपने विमान बेड़े के स्वदेशीकरण की दिशा में बल के प्रयासों का ध्वजवाहक रहा है। यह कार्यक्रम देश की आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया पहल का अग्रदूत रहा है। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि यह एयरोस्पेस क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता का ध्वजवाहक है।

समीक्षा के दौरान यह सामने आया कि LCA Mark 1A के सभी अनुबंधित लड़ाकू संस्करण भारतीय वायुसेना को सौंप दिए गए थे। HAL के प्रतिनिधियों ने प्रमुख को आने वाले महीनों में अनुबंधित ट्विन-सीटरों की समय पर डिलीवरी का आश्वासन दिया था। एलसीए एमके 1 के अलावा, 83 एलसीए एमके-1ए विमानों को भी 2021 में भारतीय वायुसेना द्वारा अनुबंधित किया गया है। HAL के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ने उपस्थित लोगों को आश्वासन दिया था कि एलसीए के इस उन्नत संस्करण की डिलीवरी फरवरी 2024 तक शुरू हो जाएगी।

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