निमोनिया
हर साल निमोनिया से लाखों लोग शिकार बनते हैं। यह एक खतरनाक इंफेक्शन है, जिसकी वजह से सांस लेने के दौरान सीने में दर्द हो सकता है। अमेरिकन लंग एसोसिएशन के मुताबिक, खांसी या सांस लेने पर यह दर्द काफी तेज होता है।
फेफड़ों में जम सकता है खून का थक्का
चेस्ट पेन का कारण पल्मोनरी एम्बोलिज्म भी हो सकता है। इस बीमारी में फेफड़ों की आर्टरी में खून का थक्का जम जाता है, जिसकी वजह से टिश्यू को पहुंचने वाला ब्लड फ्लो रुक सकता है।
फेफड़े बैठ जाना
इस समस्या को कोलैप्स्ड लंग्स भी कहा जाता है, जो कि अचानक शुरू होता है। इस बीमारी में फेफड़ों और पसलियों के बीच हवा लीक होने लगती है, जिसकी वजह से दर्द होने के साथ सांस भी फूलने लगती है।
लंग्स में इंफ्लामेशन होना
विभिन्न बैक्टीरिया और वायरस फेफड़ों में इंफेक्शन पैदा कर देते हैं। धीरे-धीरे इसकी वजह से लंग्स मेंब्रेन में इंफ्लामेशन आ जाती है और सांस लेने या खांसी होने पर सीने में दर्द महसूस हो सकता है।
फेफड़ों में हाई ब्लड प्रेशर
हाई ब्लड प्रेशर दिल और दिमाग के साथ फेफड़ों को भी प्रभावित करता है। जब यह नॉर्मल लेवल से ऊपर चला जाता है तो छाती में दर्द उठ सकता है। इस समस्या को पल्मोनरी हाइपरटेंशन बोला जाता है।
फेफड़े हेल्दी रखने का उपाय
अगर आप फेफड़ों को हेल्दी रखना चाहते हैं तो एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी इंफ्लामेटरी फूड्स का सेवन करें। यह आपके लंग्स को हेल्दी और साफ रखते हैं। बेरीज, ग्रीन टी, हल्दी, अदरक आदि ऐसे फूड्स के बढ़िया उदाहरण हैं।