नई दिल्ली।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शनिवार को प्रणाली से 2,000 रुपये के बैंक नोटों को वापस लेने के विशेष अभियान को सात अक्टूबर तक बढ़ा दिया। आरबीआई ने 2,000 रुपये के नोट वापस लेने के आखिरी दिन जारी एक बयान में कहा कि जनता ने 19 मई से 29 सितंबर तक कुल 3.42 लाख करोड़ रुपये के 2,000 रुपये के नोट वापस किए हैं। केंद्रीय बैंक ने कहा कि अब तक बदले गए नोट इस मूल्य वर्ग में कुल प्रचलित मुद्रा का 96 प्रतिशत है। आरबीआई ने कहा कि 2,000 रुपये के नोट सात अक्टूबर के बाद भी वैध मुद्रा बने रहेंगे, लेकिन इन्हें केवल आरबीआई कार्यालयों में ही बदला जा सकेगा।
अगस्त के अंत तक 93% नोटों की वापसी
रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से सितंबर की शुरुआत में जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, 31 अगस्त तक सर्कुलेशन में मौजूद कुल 2,000 रुपये के नोटों में से 93 फीसदी आरबीआई के पास वापस आ चुके थे। वहीं मार्केट में सितंबर की शुरुआत तक करीब 24,000 करोड़ रुपये के नोट मौजूद थे। हालांकि, केंद्रीय बैंक की ओर से हाल में कोई आंकड़ा जारी नहीं किया गया है, लेकिन इनमें से कुछ हिस्सा और बैंकों में जमा कराया जा चुका होगा।